पत्रकारिता / मीडिया क्या है-
मनुष्य एक जिज्ञासु प्राणी है। इसी के फलस्वरूप देश दुनिया में घटने वाली घटनाओं को समाचार के रूप में हम तक पहुंचाने की कला पत्रकारिता कहलाती है। सूचनाओं का संकलन करने वाले पत्रकार कहलाते हैं। पत्रकारिता मीडिया को विधायिका कार्यपालिका एवं न्यायपालिका के अतिरिक्त लोकतंत्र का चौथा स्तंभ भी कहा जाता है। अर्थात देश-विदेश में घटने वाली घटनाओं को संकलित करके उन्हें समाचार के रूप में संपादित करने की विधा को पत्रकारिता कहते हैं।
पत्रकारिता का प्रमुख धर्म सूचना प्रदान करना है उसमें सूचनात्मक ज्ञान देने वाले शब्दों का प्रयोग होता है। उसकी भाषा और सूचना दोनों तथ्यात्मक होते हैं। पत्रकारिता के माध्यम से ही हम देश विदेश में घटने वाली घटनाओं को जानकारी घर बैठे प्राप्त कर सकते हैं। पत्रकारिता के माध्यम से हम किसी मुद्दे को सरकार तथा जनता के समक्ष प्रस्तुत कर सकते हैं। पत्रकारिता का मूल तत्व है नई सूचनाएं प्रदान करना।
पत्रकारिता के कितने प्रकार होते है-
1. खोजपरक पत्रकारिता क्या है-
खोज परक पत्रकारिता में गहराई से छानबीन करके सूचनाओं को सामने लाने की कोशिश की जाती है। सार्वजनिक महत्व के भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को उजागर करने के लिए खोज पर अब पत्रकारिता का उपयोग किया जाता है। खोज परक पत्रकारिता के अनुसार प्रमाण एकत्र कर प्रकाशित किए जाते हैं।
2. विशेषीकृत पत्रकारिता क्या है-
किसी विशेष क्षेत्र की गहरी जानकारी देते हुए उसका विश्लेषण करना विरोषीकृत पत्रकारिता के अंतर्गत आता है।
Example-
- (1). संसदीय पत्रकारिता (parliamentary journalism)
- (2). न्यायालय पत्रकारिता (court journalism)
- (3). आर्थिक पत्रकारिता (economic journalism)
- (4). खेल पत्रकारिता (sports journalism)
- (5). विज्ञान और विकास पत्रकारिता (science & development journalism)
- (6). अपराध पत्रकारिता (crime journalism)
- (7). फैशन और फिल्म पत्रकारिता (fashion & film journalism)
देखिए - जनसंचार माध्यम क्या है, जनसंचार माध्यम से जुड़ी आवश्यक जानकारी।
देखिए - Article (English Grammar) क्या है ? उदाहरण सहित।
3. वॉच डाग पत्रकारिता क्या है-
सरकार के कामकाज पर निगाह रखने और उसकी गड़बड़ियों का पर्दाफाश करना वाच डाग पत्रकारिता कहलाता है।
4. पक्षधर पत्रकारिता क्या है-
किसी खास विचारधारा मत या घटना पर जनमत बनाने के लिए अभियान चलाने वाली पत्रकारिता को पक्षधर पत्रकारिता या एडवोकेसी पत्रकारिता कहते हैं।
Example-
- सांप्रदायिकता के मुद्दे को उछालने के लिए खास विचारधारा द्वारा पत्रकारिता की जाती है।
- रामसेतु जैसे विषय के पक्ष में वातावरण बनाने के लिए भी पक्षधर पत्रकारिता गई है।
5. वैकल्पिक पत्रकारिता क्या है-
प्राय: सभी पत्र या पत्रिका स्थापित व्यवस्था और मालिकों के अनुकूल चलते हैं। परंतु जब मीडिया स्थापित व्यवस्था के विकल्प के रूप में अपनी सोच को व्यक्त करता है,उसे वैकल्पिक पत्रकारिता कहते हैं।
6. पीत पत्रकारिता क्या है-
सनसनी चकाचौंध या ग्लैमर फैलाने वाली पत्रकारिता को पीत पत्रकारिता या पेज 3 पत्रकारिता कहा जाता है।
Example- भारत का ब्लिट्ज अखबार।
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पत्रकारिता के विविध आयाम-
पत्रकारिता के आयाम - पत्रकारिता का संबंध मुख्य रूप से समाचारों से है। किंतु इसके अन्य आयाम भी हैं। किसी भी टिप्पणी, संपादकीय लेख, फोटो, कार्टून आदि को छापना भी पत्रकारिता के अंतर्गत आता है। इस प्रकार पत्रकारिता के निम्न आयाम है -
(1). संपादकीय (Editorial)
यह समाचार पत्र का सबसे महत्वपूर्ण पृष्ठ होता है। इस पृष्ठ पर अखबार विभिन्न घटनाओं और समाचारों पर अपनी राय देता है, इसे संपादकीय कहते हैं। इसके अतिरिक्त विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञ अपने विचार प्रस्तुत करते हैं।
(2). फोटो पत्रकारिता(photo Journalism)
एक तस्वीर बिना कुछ बोले बिना बहुत कुछ बयां कर देती है, उतना हम लिखकर नहीं कर सकते इसलिए फोटो टेक्नोलॉजी का पत्रकारिता में अहम भूमिका है। पत्रकारिता में फोटो पत्रकारिता का बहुमूल्य योगदान होता है। इसी के माध्यम से समाचार पत्र आदि रोचक लगते हैं।
(3). कार्टून कोना(cartoon corner)
कार्टून के माध्यम से की गई टिप्पणियों सीधे पाठक के दिन में घर जाती है। कार्टून प्राय सभी समाचार पत्रों में होते हैं। उनकी चुतली टिप्पणियां कभी-कभी कड़े और धारदार संपादकीय से भी अधिक प्रभावशील होती हैं।
(4). रेखांकन(cartograph)
ये समाचारों को रोचक बनाते हैं। साथ ही उन पर टिप्पणी भी करते हैं। सेंसेक्स के आंकड़ों से लेकर खेल जगत की दुनिया तक पूरी बात एक नजर में सामने आ जाती है। इसके माध्यम से सभी प्रकार के समाचारों को समाहित करके प्रस्तुत किया जाता है।
apne is post me achchi jankari di hai_
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